नये साल की पहली बारिश।
रिमझिम रिमझिम बरस रही है।
झम झम करके बरसा बरसी।
ठंडी ठंडी हवा बह रही ।
मौसम बड़ी सुहानी हो गयी।
गरज़ गरज़ कर बरसा बरसी।
सोधी सोधी खुशबू मिट्टी की ।
फैल गयी चहुँ ओर दिशाये।
धरती गीली सड़कें गीली।
कुछ कीचड़ भी छोड़ गयी है।
वक़्त शाम की बड़ी सुहानी।
रिमझिम बारिश में घुमने को।
बाग बगीचे नदी किनारे।
मन ललच रहा घुमने को।
छतरी हाथ में लेकर निकले।
मौज मनाने इस बारिस में।
रिमझिम रिमझिम बरखा बरखे।
घुमर घुमर बदरा गरजे।
बहती ठंडी है बयार अब।
गरम हवा गर्मी से राहत।
नये साल की पहली बारिश।
खूब बरस कर हमें भींगायी।
बरखा रानी खूब बरस कर।
झम झम करके हमें भींगायी।
झम झम करके हमें भींगायी।
जयहिन्द जयभारत वन्देमातरम।
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